हवलदार: इंस्पेक्टर साहब..मैं इस घर के बाहर खड़ा हूं..यहां एक महिला ने अपने पति को गोली मार दी है..
इंस्पेक्टर: पूरी वारदात का ब्यौरा दो...
हवलदार: हुज़ूर..आज इनकी कामवाली नहीं आई थी...महिला ने खुद पौंछा लगाया था और पति ने गीले फर्श पे पैर छाप दिए... गुस्से में महिला ने उसे गोली मार दी...अब मेरे लिए क्या हुकुम है???
इंस्पेक्टर: बाहर खड़ा क्या कर रहा है..अंदर जा के महिला को गिरफ्तार कर ले...
हवलदार: पर हुज़ूर.. फर्श अभी तक गीला है
इंस्पेक्टर: पूरी वारदात का ब्यौरा दो...
हवलदार: हुज़ूर..आज इनकी कामवाली नहीं आई थी...महिला ने खुद पौंछा लगाया था और पति ने गीले फर्श पे पैर छाप दिए... गुस्से में महिला ने उसे गोली मार दी...अब मेरे लिए क्या हुकुम है???
इंस्पेक्टर: बाहर खड़ा क्या कर रहा है..अंदर जा के महिला को गिरफ्तार कर ले...
हवलदार: पर हुज़ूर.. फर्श अभी तक गीला है