एक अच्छी सी सूंदर सी महिला थी , वो अक्सर बैंक आया करती थी।
उस बैंक के सारे कर्मचारी उस महिला से प्रभावित थे, उसे देखने का कोई मौका छोड़ना नहीं चाहते थे।
सबने मिलकर केशियर को कह रख्खा था, जब भी वो महिला आये तो जोर से आवाज लगाना "चैक आया रे"
ऐसा 2-4 बार हुवा , उस महिला को समझ आ गया कि ये आवाज उसके लिए आती है।
एक दिन जैसे ही वो आई , केशियर की आवाज आई "चैक आया रे"
वो महिला धीरे से शरमाई फिर मुस्कुराई और अपना मंगल सूत्र दिखा कर जोर से बोली
"पर अकाउंट पेयी है रे" !!
उस बैंक के सारे कर्मचारी उस महिला से प्रभावित थे, उसे देखने का कोई मौका छोड़ना नहीं चाहते थे।
सबने मिलकर केशियर को कह रख्खा था, जब भी वो महिला आये तो जोर से आवाज लगाना "चैक आया रे"
ऐसा 2-4 बार हुवा , उस महिला को समझ आ गया कि ये आवाज उसके लिए आती है।
एक दिन जैसे ही वो आई , केशियर की आवाज आई "चैक आया रे"
वो महिला धीरे से शरमाई फिर मुस्कुराई और अपना मंगल सूत्र दिखा कर जोर से बोली
"पर अकाउंट पेयी है रे" !!